देहरादून में बादल फटने से भारी तबाही; पानी-मलबे के सैलाब में कई होटल-दुकानें ध्वस्त, टपकेश्वर महादेव मंदिर को भी काफी नुकसान

Uttarakhand Dehradun Cloud Burst Many Hotels and Shops Collapsed in Flood
Dehradun Cloud Burst: उत्तराखंड भी लगातार कुदरत का कहर झेल रहा है। सोमवार देर रात देहरादून में बादल फटने और भारी बारिश से भयंकर तबाही हुई है। बताया जाता है कि, देहरादून के सहस्त्रधारा क्षेत्र में बादल फटा और जिसके बाद पहाड़ों से आए पानी-मलबे के सैलाब ने तांडव मचा दिया। सैलाब ने कई होटलों और दुकानों को भारी नुकसान पहुंचाया है। कई मकान और वाहन भी चपेट में आए हैं। मसलन देहरादून के कई स्थानों पर बादल फटने से बड़े नुकसान की खबर है।
रात में ही रेस्क्यू किए गए लोग
बताया जाता है कि, बादल फटने के बाद आए सैलाब में कई लोग भी चपेट में आ गए थे। जिन्हें सुरक्षित बचाने के लिए रात में ही आपदा टीमों द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। इस बीच 100 से ज्यादा लोग रेस्क्यू किए गए। उस दौरान कुछ लोग लापता भी बताए जा रहे थे। घटना पर उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी तुरंत जानकारी ली थी और इस आपदा को लेकर निगरानी करते रहे। बादल फटने के बाद आपदा के कहर के कई अलग-अलग वीडियो भी सामने आए हैं, जो कि नुकसान को साफ बयां कर रहे हैं।
टपकेश्वर महादेव मंदिर को काफी नुकसान
बादल फटने और भारी बारिश से तमसा नदी उफान पर है और जिसके कारण टपकेश्वर महादेव मंदिर जलमग्न हो गया है. तमसा नदी में सैलाब आने से मंदिर को काफी नुकसान पहुंचा है। नदी में बाढ़ आने से टपकेश्वर महादेव मंदिर में शिवलिंग भी डूब चुका है। हालांकि मंदिर के पुजारी आचार्य बिपिन जोशी ने कहा, मंदिर का गर्भगृह सुरक्षित है। सुबह 5 बजे से ही नदी में तेज़ बहाव शुरू हो गया था, पूरा मंदिर परिसर जलमग्न हो गया। ऐसी स्थिति बहुत लंबे समय से नहीं आई थी। कई जगहों पर नुकसान हुआ है। लोगों को इस समय नदी के पास जाने से बचना चाहिए।
नदी के ऊपर बना पुल ध्वस्त
वहीं दूसरी तरफ देहरादून-हरिद्वार और हिमाचल को जोड़ने वाले हाईवे पर एक पुल भी टूट गया है। यह पुल सैलाब में बह गया। बता दें कि इससे पहले भी मॉनसून की भारी बारिश ने उत्तराखंड में आफत पैदा की है। राज्य में जगह-जगह बारिश के चलते नदियों-नालों में उफान आने से हालात बिगड़े। लोगों के आवागमन के लिए बने रास्ते सैलाब में बह गए। दूसरी तरफ बारिश के प्रकोप से राज्य में लैंडस्लाइड की घटनाएं भी बढ़ गईं। इस तबाही में अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है।